छत्तीसगढ़ी सर्वनाम (chhattisgarhi Pronoun)
सर्वनाम-
सर्वनाम उस विकारी शब्द को कहते हैं जो किसी भी संज्ञा के बदले आता है।
उदाहरण-
- दुकालू ह कहिस कि वोहा बजार जावत हे । (”वोहा” सुकालू के स्थान में )
- राम ह सुकालू ले पूछिस कि तैं कब अइब/ आबे ?( ”मैं” दुकालू के स्थान में )
- राधा बोलिस कि मैं खाना बनावत हौं ।( ”मैं” राधा के स्थान में )
- निम्न वाक्यों में मैं, तैं, वोहा (वह) नाम के स्थान में आये हैं इसलिए सर्वनाम हैं। नाम के स्थान में आने वाले शब्दों को ही सर्वनाम कहते हैं।
हिन्दी के सर्वनाम की जानकारी- मैं, तू, आप, यह, वह, जो, सो, कोई, कुछ, कौन, क्या । छत्तीसगढ़ी (chhattisgarhi) में कुल 10 सर्वनाम होते हैं जो इस प्रकार हैं- मैं, तै,आप, येह, ओह, जउन, कोन्हों, कुछु, कोन, का ।
”सो” का प्रयोग सर्वनाम के रूप में हिन्दी, गद्य में नहीं होता इस कारण छत्तीसगढ़ी (chhattisgarhi) में ” सो” के किसी विकल्प रूप को सर्वनाम नही माना गया है।
छत्तीसगढ़ी (chhattisgarhi) के सर्वनाम-
छत्तीसगढ़ी (chhattisgarhi) व्याकरण में सर्वनाम की संख्या 10 हैं
मैं-
- मैं घर जावत हौं। छत्तीसगढ़ी (chhattisgarhi)
- मैं घर जा रहा हॅूं। (Hindi)
तैं-
- तैं खान खा ले छत्तीसगढ़ी (chhattisgarhi)
- तुम खाना खा लो (Hindi)
आप
- मैं ये काम ल आपेच कर लूहूँ । छत्तीसगढ़ी (chhattisgarhi)
- मैं यह काम आप ही कर लूंगा (Hindi)
येह-
- येह सुघ्घर लड़की आय छत्तीसगढ़ी (chhattisgarhi)
- यह सुंदर लड़की है।(Hindi)
ओह-
- ओह गाना गावत हवय ।छत्तीसगढ़ी (chhattisgarhi)
- वह गाना गा रही है। / वह गाना गा रहा है। (Hindi)
जउन-
- जउन भी गोठ करना हे,- कर लो भाई छत्तीसगढ़ी (chhattisgarhi)
- जो भी बात करना है- कर ले भाई (Hindi)
कोन्हों-
- कोन्हों कुछुच कह लें। छत्तीसगढ़ी (chhattisgarhi)
- कोई कुछ भी कह ले । (Hindi)
कोन-
- इहॉं कोन हे, जउन मोला नि जानय ? छत्तीसगढ़ी (chhattisgarhi)
- यहॉं कौन है, जो मुझे नहीं जानता ? (Hindi)
का-
- वोह का चाहते हे ? छत्तीसगढ़ी (chhattisgarhi)
- वह क्या चाहता है ? (Hindi)
कुछु-
- कुछु तैं पाय, कुछु मैं पॉंय । छत्तीसगढ़ी (chhattisgarhi)
- कुछ तुमने पाया, कुछ मैंने पाया (Hindi)
See more-Chhattisgarhi Noun-छ्त्तीसगढ़ी संज्ञा
सर्वनाम के भेद-
हिन्दी में सर्वनाम के 6 प्रकार है।उसी प्रकार प्रयोग के आधार पर एवं अर्थ की दृष्टि से छत्तीसगढ़ी सर्वनाम (chhattisgarhi pronoun) के 6 प्रकार हैं-
- पुरूषवाचक सर्वनाम
- निश्चयवाचक सर्वनाम
- निजवाचक सर्वनाम
- सम्बन्धवाचक सर्वनाम
- अनश्चियवाचक सर्वनाम
- प्रश्नवाचक सर्वनाम
पुरूष वाचक सर्वनाम-
पुरूषों, स्त्री के नाम के बदले आते है-
उदाहरण- मैं, हमन, तैं, तुमन, आप, येह, वोह ।
पुरूष वाचक सर्वनाम के प्रकार-
उत्तम पुरूष– बोलने वाले वक्ता मैं, हम, हमन, हम-मन।
वाक्य– मैं इस्कूल जावत हौं।
हमन जगदलपुर जावथन ।
मध्यम पुरूष- सुनने वाले श्रोता केा मध्यम पुरूष कहते हैं। तैं, तोर , आप आपमन, तुमन।
वाक्य– आप बहुतेच अच्छा हव ।
तैं कहॉं जावत हस ?
अन्य पुरूष- अन्य के सम्बन्ध में बात कही जाए- येहा, वोहा, एखर, ओखर ।
वाक्य– येह समारू के साइकिल आय।
ओम कहॉं जावत हें ?
निज वाचक सर्वनाम-
इसका अर्थ आप होता है। मॅय, आप, स्वयं ।
वाक्य– मैं अपन काम ला आप कर लूहू
तैं अपन काम कर
निश्चयवाचक सर्वनाम-
वक्ता के दूर या पास के भाव के निश्चय का भाव- वोहा , एहा, ओमन, एमन ।
वाक्य– ये आमा ह बहुतेच मीठ हवय ।
येह बने टूरा ए ।
संबंध वाचक सर्वनाम-
वाक्य में किसी दूसरे सर्वनाम से संबंध स्थापित किया जाए। जउन, जइसन, वइसन, जेखर, तेखर, जे, जेन , जौन, ते, तेने, तउन ।
वाक्य- वो टूरी जउन कालि आय रहिस, पढ़े मा कमजोर आय।
जइसन बोइबे, वइसन काटबे ।
अनिश्चयवाचक सर्वनाम-
किसी निश्चित वस्तू का बोध न हो । कोन्हों, कुछु ।
वाक्य- कोन्हों जावत हे ।
कोन्हों तो आही ।
प्रश्न वाचक सर्वनाम-
प्रश्न करने के लिए जिन सर्वनामों का प्रयोग होता है उन्हें प्रश्नवाचक सर्वनाम कहते हैं। कोन, का , काकर, कहॉं, कती, कोन – मन, काबर, कतका आदि।
वाक्य– कोन जावत हवय ?
एखर का करबे ?
पहचान ? के द्वारा किया सकता है।
छत्तीसगढ़ी सर्वनाम (chhattisgarhi pronoun) के विकारी रूप।
छत्तीसगढ़ी (chhattisgarhi) में सर्वनाम के अनेक विकारी रूप हैं जिनका विवरण दिया जा रहा है।
मैं- मोर, मो ला,
See more-छत्तीसगढ़ी व्याकरण। छत्तीसगढ़ी व्याकरण का इतिहास । छत्तीसगढ़ी भाषा या बोली ?