बाल गंगाधर तिलक
पुण्य तिथि Bal Gangadhar Tilak (Lokmanya Tilak)
अशांति का जनक मानते थे।
वे दो समाचार पत्र
मराठा जो अंग्रेजी में थी व केसरी जो की मराठी में आरम्भ किया । इन्होंने 1916 को
होमरूल लीग की स्थापना पूणे में किये।
- Bal Gangadhar Tilak व्यापक रूप से जनसंपर्क का माध्यम दो प्रकार
के उत्सव करा कर निकाला जिसमें 1-गणपति उत्सव 1893 में एवं 2- शिवाजी उत्सव 1895
में कराया। - Bal Gangadhar Tilak 1897 में अपने समाचार-पत्र केसरी में प्लेग कमिश्नर
की हत्या को उचित ठहराने के कारण उन पर राजनीतिक कारणों से 18 माह की सजा दी गई। 1908 में पुन- 6 सालों के लिए माण्डले जेम म्यांमार
भेजा गया। जेल में रहकर उन्होंने गीता रहस्य जिसका दूसरा नाम कर्मठ की है की रचना की। - इसके अतिरिक्त उन्होंने ओरायन तथा
Arctic Home in The Vedas की रचना की थी। - तिकल ने कलकत्ता अधिवेशन 1906 ईं मे कहा – कहा हथियार द्वारा
नहीं बल्कि बहिष्कार द्वारा अपना लक्ष्य प्राप्त करेंगे। उन्होंने टैक्स कर न
देने की भी बात कही।
Bal Gangadhar Tilak ki mrityu-
31 जुलाई की रात
1 अगस्त 1920 को Bal Gangadhar Tilak जी की
मृत्यु हो गई।
Bal Gangadhar Tilak की होमरूल लीग –
- होमरूल आयरलैंण्ड का शबद है। होमरूल का
अर्थ स्वशासन है । सर्वप्रथम आयरलैण्ड में होमरूल लीग की स्थापना रेडमांड द्वारा
किया गया। - Bal Gangadhar Tilak ने होमरूल लीग की
स्थापना 28 अप्रैल 1916 को बेलगांव में की । इसके अध्यक्ष जोसेफ वैष्टिस्टा और
सचिव एन सी केलकर हुए। इसके कमेटी के सदस्यों में G S Khaparde, बी,एस,मुंजे और आर पी करण्डीकर थे।
Bal gangadhar tilak slogan ! Bal gangadhar tilak quotes
- Bal Gangadhar Tilak की होमरूल लीग का
क्षेत्र बम्बई को छोड़कर, महाराष्ट्र, कर्नाटक, बरार,व मध्य प्रांत था।
इनका नारा ” स्वराज्य हमारा जन्मसिद्ध अधिकार है हम इसे लेकर
रहेंगे ” लोगों के बीच अत्यधिक प्रसिद्ध हुआ।