छत्तीसगढ़ में लाख उत्पादन को कृषि का दर्जा
छत्तीसगढ़ में लाख उत्पादन को कृषि का दर्जा

◎राज्य शासन
द्वारा लाख उत्पादक किसानों तथा किसान समूहों को भी कृषि फसलों के अनुरूप ही
अल्पकालीन कृषि ऋण एवं ऋण पर नियमानुसार ब्याज अनुदान से लाभान्वित करने का आदेश
जारी कर दिया गया है। 

कृषि विकास एवं किसान कल्याण तथा जैव प्रौद्योगिकी विभाग के
संयुक्त सचिव द्वारा इस संबंध में जारी आदेश में कहा गया है कि कुसुम पलाश बेर आदि
वृक्षों तथा सेमीयालदा आदि फसलों को पर लाख उत्पादन एवं प्राथमिक संस्करण के लिए
कृषि और कृषक समूहों को कृषि फसलों के अनुरूप अल्पकालीन कृषि ऋण निर्धारित ऋण मान
पर प्रदान किया जाएगा उन्हें अल्पकालीन कृषि ऋण पर नियमानुसार ब्याज अनुदान भी दे
होगा।

 ◎उल्लेखनीय है कि छत्तीसगढ़ राज्य में लाख की
खेती की अपार संभावनाएं हैं ।
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◎यहां के कृषकों
द्वारा कुसुम पलाश और बेर के वृक्षों में परंपरागत रूप से लाख की खेती की जाती है
परंतु व्यवस्थित एवं आधुनिक तरीके से लाख की खेती ना होने की वजह से कृषकों को
लागत के एवज में अपेक्षित लाभ नहीं मिल पाता है ।
छत्तीसगढ़ में लाख उत्पादन को कृषि का दर्जा
छत्तीसगढ़ में लाख उत्पादन को कृषि का दर्जा


◎वन विभाग ने लाख
की खेती को लाभकारी बनाने के उद्देश्य से इसे कृषि का दर्जा देने तथा कृषि सहकारी
समितियों के माध्यम से अन्य कृषकों की तरह लाख की खेती करने वाले किसानों को भी ऋण
उपलब्ध कराने का सुझाव किया था।


◎राज्य सरकार
द्वारा कृषकों के हित में लिए गए इस महत्वपूर्ण निर्णय से छत्तीसगढ़ में लगभग 50000
किसान सीधे तौर पर लाभान्वित होंगे वर्तमान में राज्य में 4500 का उत्पादन होता है


◎राज्य में बड़े
पैमाने पर आदिवासी तथा वनवासी कृषक इसकी खेती में लगे हुए हैं और यहां लाख की खेती
की अधिक संभावनाएं भी है।


◎राज्य सरकार के
इस निर्णय के तहत किसानों को अल्पकालिक कृषि ऋण जैसी सुविधा के मिलने से लाख की
खेती तथा इसके उत्पादन को और बढ़ावा मिलेगा इससे राज्य में लाख का उत्पादन बढ़ेगा
10000 टन तक हो जाएगा|


By Admin