नवाखाई 2021 छत्तीसगढ़ । नुवाखाई । नवाखाई त्यौहार । नवाखाई कब है?🌾
छत्तीसगढ जो कि धान का कटोरा कहलाता हैं अधिकतर धान की
खेती पर निर्भर किसान परिवारों द्वारा धान की पहली बाली आने पर नवाखाई (nuakhai)का तिहार /त्यौहार
मनाया है । धान की अचछी पैदावार की प्रार्थना घर में खाने पिने का आयोजन किया जाता
है एवं नवाखाई बनाया जाताहैं। हालांकि नवाखाई भारत के कई अन्य राज्यों में जैसे
ओडि़या में भी जहा इस पर्व को नुवाखाई कहते हैं
के रूप में मनाया जाता हैं।
nuakhai nawakhai image |
”नवाखानी भाद्रपद् के दूसरे पक्ष में गोंड अपने पूवर्जों को
नया चावल और मदिरा चढ़ाते हैं नई फसल से अनाज प्राप्ति के उपलक्ष्य में बस्तर में
नवाखानी या नवाखाई मानाया जाता हैं।”
नवाखाई छत्तीगसढ़ ! नवाखाई त्यौहार 2021
- नवाखाई(nuakhai) कब है-13 september 2021
- नवाखाई व्यौहार 2021 कब है-13 सितम्बर 2021
- नवाखाई व्यौहार 2021 nuakhai kab hai–13 september 2021
नवाखाई का महत्व –
किसानों द्वारा यह नवाखाई त्यौहार
धान की फसल तैयार होने के सयम किसान परिवार अपने घर में ईष्ट देव की पूजा करते हैं
अपने अच्छे फसल की कामने करते हैं। छत्तीसगढ़ में एवं बस्तर के आदिवसियों के लिए
नवाखाई तैयार का विशेष महत्व होता है । नवाखाई (nuakhai) का उत्सव सामुहिक रूप से भी मनाया
जाता हैं।
नवाखाई किस प्रकार मनाया जाता हैं-
किसानों एवं आदिवासी परिवार
द्वारा धान की फसल के तैयार होने के पहले सामुहिक रूप से नये चावल का भोजन करते हैं।
इसके पहले वे धान की बालियों से अपने इष्ट देव की पूजा करते हैं उन्हें नये बालियों
से सजाकर आरती एवं शराब का तर्पन किया जाता हैं। एवं ईष्टदेव को नये चावल को भोजन
भोग कराया जाता हैं। साथ ही पूरा परिवार एवं समाज में इसका भात बनाकर उत्सव के रूप
मे मनाते हैं। गांवो एव परिवार में उत्सव का माहौल होता हैं।