Slogans for education in hindi ! quotes for education in hindi
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for education in hindi ! slogans on education in hindi
का अर्थ एवं शिक्षा का महत्व हर किसी को पता है ही शिक्षा ही एक मात्र ऐसी चीज है
जो कि इंसान को सभ्य बनाता हैं। इस पोस्ट में शिक्षा पर स्लोगन प्रस्तुत (slogans for education in hindi) है जो शिक्षा का महत्व बताता हैं। शिक्षा के स्लोगन
हिन्दी भाषा (slogan on education in hindi language)में नीचे
दिया गया हैं।जो कि महान व्यकित के द्वारा बोले गये हैं। इन स्लोगन का उपयोग स्कूल
कॉलेज विभिन्न रेलियां सभाओं एवं निबंध स्पीच कविता (quotes for
education in hindi) सभी जगह उपयोग किया जा सकता हैं।
”शिक्षा बिना कोई कभी बनता नहीं सत्पात्र है- मैथिलीशरण गुप्त”
”शिक्षा शब्द का प्रयोग उन सब परिवर्तनों को व्यक्त करने के लिए
किया जाता है जो एक व्यकित में उसके जीवनकाल में होते हैं।- डगलस व डालैंड।
”शिक्षा को मनुष्य और समाज का निर्माण करना चाहिए, इस कार्य को किए बिना शिक्षा निरर्थक व अपूर्ण है।”- डा. राधाकृष्णन
”शिक्षा व्यक्ति की उन सभी योग्यताओं का विकास है जिनके द्वारा वह
अपने वातावरण पर नियंत्रण करने की क्षमता प्राप्त करता है तथा अपनी संभावनाओं को
पूर्ण करता है।”- जॉन डयूई।
”शिक्षा से मेरा अभिप्राय बालक एवं मनुष्य के शरीर मस्तिष्क तथा आत्मा
के सर्वोत्तम अंश की अभिव्यकित है।” –महात्मा गांधी
”एक पिता सौ स्कूल शिक्षकों के बराबर होता है। ”- अज्ञात
”पुत्र के पिता का यही कर्त्तव्य है कि उसे पहली पंक्ति में बैठने
योग्य बना दे।”- अज्ञात
”अच्छा परिवार जिसमें माता पिता में सामंजस्य पूर्ण संबंध होता है , और जिसमें आंनद व स्वतंत्रता का वातावरण होता है वह परिवार प्रत्येक
बालक के मानसिक स्वस्थ्य की उननति में अतिशय योग देता है। ”- कुप्पु स्वामी
”अच्छा शिक्षक अपने ज्ञान की वृद्धि करने के लिए सदैव सचेष्ट रहता
है वह अपने ज्ञान को नया और आधुनिक रखने में प्रयत्नशील रहता है।”- रायबर्न
”शिक्षा हृदय को कोमल बनाती है यदि किसी का हृदय कठोर है तो वह
शिक्षित कहलाने का अधिकारी नहीं। ”- अज्ञात
”विदेश में शिक्षा दीक्षा प्राप्त करके, विदेशी वेश धारण करके तथा विदेशी
भाषा में भाषण करके हम जब भारतीय संस्कृति की रक्षा की बात करते हैं, और
भारत की आत्मा के साक्षात्कार का उपदेश देते हैं तबं संभवत* हम
भारत और भारत की आत्माका अपमान करते हैंतथा शैतान द्वारा धर्मग्रंथ को उद्धधुत करने वाली कहावत को चरितार्थ
करते हैं।”
”जीवन मूल्यों को स्वीकार करना शिक्षा का उदेश्य है। –अलबर्ट आइंस्टीन
”सदाचार और निर्मल जीवन सच्ची शिक्षा का आधार है। – महात्मा गांधी
मनुष्य में जो सम्पूर्णता गुप्त रूप से विद्यमान है उसे प्रत्यक्ष
करना ही शिक्षा का कार्य है। ”- स्वामी विवेकानंद
”वास्तविक शिक्षा वह है जो बालक का सम्पूर्ण शारीरिक, बौद्धिक एवं मानसिक विकास करें क्योंकि शिक्षा ज्ञान कम, कर्म अधिक है। यह त्रिविध् विकास की वह त्रिवेणी है जिसमें स्नान
करके जीव कृतार्थ होता है। ”- अज्ञात
”संसार में जितने प्रकार की
प्रात्पियां है उनमें शिक्षा सबसे बढ़कर है। ”- निराला।
”देह और आत्मा में अधिक से अधिक जितने
सौन्दर्य और जितनी सम्पूर्णता का विकास हो सकता है उसे सम्पन्न करना ही शिक्षा
का उद्देश्य है। ”- प्लेटो।