PHOTOCOPHY MACHINE फोटोकापी मशीन काम कैसे करता है।
PHOTOCOPIER या PHOTO MACHINE एक ऐसी मशीन है जो कि DOCUMENTATION एवं अन्य VISUAL IMAGES की पेपर कॉपी बनाती है । यह बहुत जल्दी एंव बहुत सस्ते में काम करती है।
आजकल के ज्यादातर PHOTOCOPIER जिस टेक्नॉलॉजी को इस्तेमाल करते हैं, उसे XEROGRAPHY कहते है।
फोटोकापी मशीन काम कैसे करता है |
XEROGRAPHY
XEROGRAPHY एक ड्राई PHOTOCOPYING TECHNIQUE है,जिसका आविष्कार CHESTER CARLSON ने 1938 में किया था ।
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PHOTOCOPHY MACHINE पूूूूरी प्रक्रिया
XEROGRAPHY प्रोसेस:- XEROGRAPHY मशीन के काम करने का तरीका नीचे
- प्रथम चरण STEP 1:- जिस पेपर की कॉपी की जानी है उसकी इमेज दो REFLECTIVE MIRRORS की सहायता एक PHOTOSENSITIVE DRUM पर डाली जाती है।
- द्वितीय चरण STEP 2:-DRUM की SURFACE का CHARGE, IMAGE के हल्के एवं गहरे स्थानों पर बदलता है
- तृतीय चरण STEP 3:- फिर TONNER DRUM छोटे काले PARTICLES (TONNER)को IMAGE के CHARGED AREAS तक पहंचाता है।
- चौथा चरण STEP 4:-फिर वह IMAGE एक पेपर में TRANSFER कर दी जाती है जो कि टोनर में डाला जाता है।
- पांचवा चरण STEP 5:- उसके बाद पेपर को गरम किया जाता है ताकि TONER SET हो सकें।
- छठवा चरण STEP 6:- LIGHT PROJECTION के जरिए IMAGE को जरूरत के हिसाब से छोटा या बड़ा किया जा सकता है।
- सातवां चरण STEP 7:-अंत में DRUM जो कि पहले ही PARTIALLY DISCHARGE हो चुका है उसे LIGHT की सहायता से पूरा DISCHARGE किया जाता है। एवं बचा हुआ टोनर जो कि पहले काम नहीं आया उसे ब्रश की सहायता से साफ किया जाता है।
DURABILITY स्थिरता
XEROGRAPHY DOCUMENTS की स्थिरता उत्कृष्ठ होती है। यह ज्यादातर इस्तेमाल किए गये पेपर की गुणवत्ता पर निर्भर करता है। कम गुणवत्ता वाला कागज समय के साथ पीला पड़ के खराब हो सकता है परंतु अगर उच्च गुणवत्ता वाला कागज इस्तेमाल किया गया है तो वह किसी हाथ से लिखे हुए या टाइपराइटर से लिखे हुए कागज के जितना ही चलता है।
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